कुछ देर के लिए मान लें कि आपकी जन्मतिथि 3-3-1993 / 9-30PM / PATNA है। तो आपके सन्दर्भ की प्रमुख बातें इस प्रकार होगी –
यदि आपके माता या पिता या आपके अभिभावक की जन्मतिथि आपके जन्मतिथि राशि आदि से मेल/मित्र भाव में नहीं हैं तो आपके ग्रहयोग के शुभ प्रभाव दब जाएंगे और जीवन असफलताओं और कठिनाईयों से भरा रह सकता है और यदि आपके ग्रहयोग आपके माता-पिता आदि के ग्रहयोग से मेल भाव मैं हैं तो आपके सन्दर्भ की खास बाते इस प्रकार होंगी-
आप बृहस्पति के दोहरे प्रभाव में हैं जो शुभ और अनुकूल प्रभाव देगा।
दोहरे बृहस्पति प्रभाव के होने से यह बहुत शक्तिशाली हो रहा है। यह आपको असीम स्फूर्ति और बौद्धिक ऊर्जा प्रदान करेगा। आप महत्वाकांक्षी भी होंगे। अपने उद्देश्य के पूर्ण होने तक आप चैन नहीं लेंगे।
दूसरों को अपने अधीन करने में आप सफल होंगे। आपका कार्यक्षेत्र चाहे जो हो, सफलता अवश्य मिलेगी। अपने सहयोगियों और एवं साझीदारों के मामले में भी आप भाग्यवान रहेंगे रहेंगे बशर्ते , आप स्वयं उस उस संसथान के प्रमुख हों।
आप आदर्शवादी भी हैं और व्यावहारिक भी, ह्रदय से सहृदय और लोकोपकारी होंगे।
आपको बड़े संस्थानों में दिलचस्पी होगी। , जैसे स्कूल, -कॉलेज , अस्पताल आदि। इस ग्रहयोग के कारण आप साहस्य्मय विद्याओं में भी सफलता अर्जित कर सकते हैं जिससे जन-कल्याण हो सके और अपना स्वयं का कोई नया धार्मिक संसथान के स्वयं मालिक भी हो सकें। ख़ास कर स्वस्थ रहने से सम्बंधित उपचार आदि करने का कोई आध्यात्मिक तरीका। यदि आप बहुत संपन्न हुए तो आप तरह-तरह के दान में बहुत सी पूंजी छोड़ जाएंगे।
आप रोगियों की सहायता करेंगे वे चाहे जिस जाती और धर्म के हों और आप जिस समाज में हैं उससे सम्मान पाने की आशा कर सकते हैं।
उद्योग, खनिज , भूमि बिकास , , यातायात और संभवतः जहाजरानी आदि से सम्बंधित बड़े संस्थानों से आपके सम्बन्ध होंगे।
आपको लोगों के बारे सहज अंतर्ज्ञान होगा और अपने सारे कारोबार में अंतर्ज्ञान का उपयोग करें। पशुओं और मैदानी खेलों से आपको प्रेम होगा। आप स्वतंत्र प्रकृति के व्यक्ति होंगे।
आर्थिक- आर्थिक स्थिति- आपमें पैसा बनाने की महत्वाकांक्षा तो है लेकिन इसके लिए आप अपने नाम और सम्मान को आंच नहीं आने देंगे। आप को भी काम करेंगे उसमे उद्द्यमशील रहेंगे और सफल भी होंगे।
स्वास्थ्य – जीवन के प्रति रवैये पर आपका स्वास्थ्य निर्भर करता है। जबतक आप सक्रीय हैं , आप स्वस्थ रहेंगे। यदि किसी कारन से अपना काम करना बंद कर दिया तो आप आराम-तलब हो जाएंगे। , आपका वजन बढ़ जाएगा और जिंदगी की लगाम आपसे छूट जाएगी।
विवाहित जीवन में आप बहुत सुखी नहीं रहेंगे। इसका कारन होगा आपका अत्यधिक अधिकारपूर्ण होना और दूसरों के दृष्टिकोण को न समझना।
आपके काल्पनिक उपरोक्त जन्मतिथि के आधार पर विवरण दिया गया है जो सत्य है। यदि वास्तव में आपकी जन्मतिथि उपरोक्त जन्मतिथि के अनुसार होगी तो उपरोक्त सभी विश्लेषित बाटे सत्य दिखेगी।
अब आप उपरोक्त गुणों और अवगुणों की चिन्हित करें तो आप पाएंगे कि –
1. अपने उद्देश्य के प्रति संकल्प शक्ति की दृढ़ता – और इस गुणों के कारण आप सफल रहेंगे।
2. लोगों को आकर्षण करने की क्षमता।
3. आदर्शवादी ,और लोकोपकारी।
4. रोगियों की सहायता करने वाला चाहे वे सब किसी भी जाती धर्म का हो।
5 . अंतरज्ञानी।
अब यदि आप विशेष कोई अभ्यास, साधना या योग-ध्यान द्वारा अपने ग्रहयोग बालों को बढ़ा लेते हैं , अपने चक्रों को शुद्ध कर बलशाली बना लेते हैं अर्थात दूसरे शब्दों में अपनी कुंडली शक्ति को कई गुना बढ़ाका उसे सक्रीय कर देते हैं -अर्थात कुंडली शक्ति जागृत कर लेते हैं तो आप अपने पूर्व गुणों को बढ़ा देते हैं और आप परम लोक-कल्याणकारी बन जाते हैं जिसे देव् तुल्य हो जाते हैं। इस अवस्था में किसी रोगी को आप सिर्फ छूकर स्वास्थ्य लाभ करा देते हैं। साथ ही साथ आप अपने से जुड़े व्यक्तियों को भी प्रशिक्षण दे कर उसे भी चमत्कारिक योग्यता वाले पुरुष बना देते हैं।

कुण्डलिनी शक्ति जागरण के बाद क्या होता है उसे उपरोक्त उदाहरण द्वारा समझाया।
हर व्यक्ति में कोई न कोई गुण होते हैं जिसे कुण्डलिनी जागरण साधना द्वारा कई गुना बढ़ा सकता है और अपने गुणों में चमत्कारिक योग्यता लाने में समर्थ हो सकता है।
कुण्डलिनी शक्ति कई गुना बढ़ जाने से व्यक्ति के ग्रहयोगों की शक्ति भी बढ़ जाती है जिससे चमत्कारिक योग्यता आ जाती है।
अब हम बात करेंगे कि कुण्डलिनी शक्ति को कैसे बढ़ाया जा सकता है जिससे व्यक्ति में चमत्कारिक योग्यता आ जाए।
क्रमशः

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